आयोग को PM मोदी और राहुल गांधी के भाषण में आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायत की गई थी। शिकायत में कहा गया कि ये लीडर्स धर्मगांधी के भाषणों पर नोटिस जारी किया। यह नोटिस आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायतों पर जनप्रतिनिधि कानून के सेक्शन 77 के तहत इश्यू कि, जाति, समुदाय और भाषा के आधार पर लोगों को बांटने और नफरत फैलाने का काम कर रहे हैं।चुनाव आयोग ने गुरुवार को PM नरेंद्र मोदी और राहुल या गया है।
आयोग ने भाजपा अध्यक्ष नड्डा और कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे से 29 अप्रैल सुबह 11 बजे तक जवाब मांगा है।
छत्तीसगढ़ की सभा में राहुल ने गरीबी दूचुनाव र करने की बात कही
नेता – कांग्रेस सांसद राहुल गांधी
जगह – बस्तर, छत्तीसगढ़
तारीख – 12 अप्रैल, 2024
बयान – गरीबी बढ़ी, एक झटके में खत्म कर देंगे
राजस्थान की सभा में PM ने संपत्ति को लेकर बयान दिया
नेता – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
जगह – बांसवाड़ा, राजस्थान
तारीख – 21 अप्रैल, 2024
बयान – कांग्रेस आपकी संपत्ति ज्यादा बच्चे वालों में बांट देगी
भाजपा ने राहुल और कांग्रेस ने मोदी के खिलाफ शिकायत की
भाजपा की शिकायत: सोमवार को चुनाव आयोग से कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी देश में गरीबी बढ़ने का झूठा दावा कर रहे हैं। देश को भाषा के आधार पर उत्तर-दक्षिण में बांट रहे हैं। उनके खिलाफ सख्त कदम उठाया जाए।
कांग्रेस की शिकायत: सोमवार को आयोग से कहा कि पीएम मोदी के ‘संपत्ति का बंटवारा’ वाले बयान पर एक्शन लें। कांग्रेस ने इस बयान को विभाजनकारी, दुर्भावना से भरा और समुदाय विशेष को टारगेट करने वाला बताया था।
ये शिकायतें मिलने के बाद इलेक्शन कमीशन ने भाजपा और कांग्रेस पार्टियों के अध्यक्षों को नोटिस भेजा। आयोग ने स्टार प्रचारकों की फौज उतारने के लिए पहली नजर में पार्टी अध्यक्षों को ही जिम्मेदार ठहराया है। आयोग ने कहा, “अपने प्रत्याशियों के कामों के लिए राजनीतिक दलों को ही पहली जिम्मेदारी उठानी चाहिए, खासतौर पर स्टार कैंपेनर्स के मामले में। ऊंचे पद पर बैठे लोगों के चुनावी भाषणों का असर ज्यादा गंभीर होता है।